Hinglish Me Blogging Kyu Karein | हिंगलिश में ब्लॉग्गिंग कैसे करें?

Spread the love

Hinglish Me Blogging Kyu Karein: हिंदी (Hindi) हमारे भारत देश की राष्ट्र भाषा है। यह भारत के अलावा भी कई और जगहों पर बोली जाने वाली पॉपुलर भाषाओं में से एक है। इस पोस्ट में हम यही बात करने वाले हैं कि Hinglish Me Blogging Kyu Karein?

अगर आप एक ब्लॉगर हैं तो आपको यह पोस्ट जरूर पढ़ना चाहिए।

आप जानते हैं जैसे-जैसे हमारे देश ने डिजिटलाइजेशन की तरफ बढ़ा हमारे यहाँ हिंग्लिश ने एक बड़ा रूप खड़ा कर लिया। मुझे याद है एक जब आप 15 साल पहले की इंटरनेट वर्ल्ड की बात करें तो इंटरनेट पर न्यूज से लेकर ब्लॉग्स लगभग सभी इंग्लिश में थे।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

या हम ये कह सकते हैं कि आपको लगभग सभी रिजल्ट्स इंग्लिश में ही दिखाए जाते थे। पर बदलते समय के साथ लोगों ने हिंदी और हिंग्लिश में लिखना शुरू किया और आज उसका नतीजा हम इंटरनेट पर देख रहे हैं कि हमें कई सारे आर्टिकल्स हिंदी और हिंग्लिश में मिल जाते हैं। तो आइए जानते हैं Hinglish Me Blogging Kyu Karein?

Hinglish Me Blogging Kyu Karein?

सबसे बड़ा प्रश्न ये भी है कि आखिर हिंग्लिश है क्या? कैसे ये हमारे वातावरण में आया और इंटरनेट पर इसका इतना व्यापक प्रयोग कैसे बढ़ गया। जैसा कि आप जानते हैं कि हिंदी भाषा की लिपि है वह देवनागरी है और हिंग्लिश की लिपि रोमन है।

कहने का मतलब हिंग्लिश हिंदी और इंग्लिश के मिश्रण से बनी एक भाषा है। जैसा कि आप हिंदी में लिखते हैं “आप कैसे हैं?” जो कि देवनागरी लिपि में है। यही आप हिंग्लिश में लिखते हैं “Aap kaise hain?”

India Me Hinglish ka Future: Hindi Bhasha Kya Hai?

भारत हमारा एक ऐसा देश है जिसने हमेशा लेटेस्ट ट्रेंड्स को अपनाया है, चाहे वो टेक्नोलॉजी हो, फैशन हो, या फिर भाषा हो। जैसा कि आपको पता होगा, भारत में सबसे पहले बोली जाने वाली भाषा संस्कृत थी, फिर हिंदी आई, मुघलों के शासन के दौरान उर्दू भी यहां आई और अंग्रेजों के वजह से इंग्लिश भी इस देश में चली। लेकिन आज सोशल ट्रेंड में हिंग्लिश भी पॉपुलर हो रहा है।

भारत में अगर बॉलीवुड की बात करें तो यह कई टाइम से हिंग्लिश का उपयोग कर रहे हैं। आपने फिल्मों के पोस्टर देखे होंगे जिसमें हिंदी या हिंग्लिश में ही एडवरटाइजमेंट किया जाता है।

हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है। इसे नागरी भी कहते हैं। हिंदी जिसे मॉडर्न स्टैंडर्ड हिंदी भी कहा जाता है, यह एक हिंदुस्तानी भाषा है और लगभग पूरे भारत में बोली जाती है। हिंदी संविधानिक रूप से भारत की पहली आधिकारिक भाषा (राजभाषा) है और यह भारत की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी भाषा को चीन देश की भाषा के बाद यह दुनिया में सबसे ज्यादा बोला जाता है।

भारत के लगभग सभी राज्यों में हिंदी भाषा को बोली और समझी जाती है। भारत के अलावा भी कई अन्य देशों में हिंदी बोली, लिखी और पढ़ी जाती है। फिजी, मॉरिशस, गुयाना, सुरिनाम और नेपाल में भी हिंदी बोली जाती है।

नोट: 2001 की भारतीय जनगणना में, 42.2 मिलियन (422,048,642) लोगों ने हिंदी को अपनी मूल भाषा बताया था।

भारत के बाहर, भारत के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983, मॉरिशस में 685,170, दक्षिण अफ्रीका में 890,292, यमन में 232,760, युगांडा में 147,000, सिंगापुर में 5,000, नेपाल में 8 मिलियन, न्यूजीलैंड में 20,000 और जर्मनी में 30,000 लोग हिंदी जानते हैं।

इसके अलावा, भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में 14.1 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू भाषा हिंदी के काफी समान है। मतलब उर्दू बोलने, लिखने और पढ़ने वाले 90% लोग हिंदी को भी अच्छे से समझ सकते हैं।

Hindi Language Vs Hinglish Language Dono Me Kya Difference Hai?

Hinglish Me Blogging Kyu Karein? जैसा कि आपने पहले व्यक्त किया है, हिंदी और हिंगलिश में बहुत फर्क होता है और मैं मानता हूँ कि आपकी बातों में कुछ सत्य है। अब मैं आपकी बातों को एक ब्लॉगर की दृष्टि से दोनों में अंतर समझाने का प्रयास करता हूँ।

  • हिंदी भाषा को किसी भी अन्य भाषा में अनुवाद किया जा सकता है, जबकि हिंगलिश में ऐसा करना मुश्किल हो सकता है।
  • हिंदी भारत की मूल भाषा है और लगभग सभी लोग (वे जो अंग्रेजी को बिलकुल नहीं जानते हो) हिंदी जानते हैं।
  • वहीं, हिंगलिश लिखने और पढ़ने के लिए अंग्रेजी की मूल जानकारी की आवश्यकता होती है।
  • लेखन की दृष्टि से हिंदी में लिखना कठिन हो सकता है, जबकि हिंगलिश में आसानी से टाइपिंग की जा सकती है।
  • अगर ब्लॉगिंग की दृष्टि से देखा जाए, तो हिंदी भाषा में ब्लॉग को सफल बनाने में काफी समय लग सकता है, जबकि हिंगलिश ब्लॉग को आप अंग्रेजी ब्लॉग की तरह SEO में ऑप्टिमाइज कर सकते हैं।
  • हिंदी ब्लॉग का जितना बड़ा भविष्य हो सकता है, उसी तरह हिंगलिश ब्लॉग का भी हो सकता है, लेकिन लगता है कि हिंगलिश के बारे में ऐसा कहना मुश्किल है।

क्योंकि अब तक इसका कोई निश्चित भविष्य नहीं है, लेकिन मैं आने वाले समय के बारे में कुछ नहीं कह सकता। संभावना है कि अगर डेविड क्रिस्टल की की गई पूर्वानुमानित सही साबित होती है, तो हिंगलिश एक दिन विश्व में प्रसिद्ध भाषा बन सकती है।

India Me Hinglish ka Future

भारत हमारा एक ऐसा देश है जिसने हमेशा लेटेस्ट ट्रेंड्स को अपनाया है, चाहे वो तकनीक हो, फैशन हो, या भाषा हो। जैसा कि आपको पता होगा, भारत में सबसे पहले बोली जाने वाली भाषा संस्कृत थी, फिर हिंदी आई, मुगलों के शासन के दौरान उर्दू भी यहाँ आई और अंग्रेजों के कारण अंग्रेजी भी इस देश में चली आई। लेकिन आज के सोशल ट्रेंड्स में हिंग्लिश भी पॉपुलर हो रही है।

भारत में अगर बॉलीवुड की बात करें तो ये कई समय से हिंग्लिश का उपयोग कर रहे हैं। आपने फ़िल्मों के पोस्टर देखे होंगे जिनमें हिंदी या हिंग्लिश में ही विज्ञापन किया जाता है, जैसे कि:

तो थोड़ा-सा हिंगलिश का उपयोग हम फ़िल्मों के पोस्टर पर देखते आ रहे हैं।

अब अगर हम विज्ञापन की बात करें तो यहाँ पर हिंग्लिश का बहुत व्यापक प्रयोग हुआ है। आप जो टीवी पर विज्ञापन देखते हैं, उसमें भी हिंग्लिश का उपयोग लगभग सभी ब्रांड्स कर रहे हैं।

Hinglish Me Blogging Kyu Karein?

बहुत समय से ब्लॉगरों के बीच ये उलझन है कि हिंग्लिश में ब्लॉगिंग करें या हिंदी में। अगर मुझसे ये बात पूछी जाए तो मैं ये कहूँगा कि ये आपकी रुचि पर निर्भर करता है। हिंग्लिश एक अनौपचारिक भाषा ( Unofficial language ) है।

लेकिन हिंदी की समृद्ध भाषा है। आप जिस भाषा में चाहें उसमें ब्लॉगिंग कर सकते हैं। अभी आपने देखा होगा कि गूगल भी अपने खोज परिणाम हिंदी में दिखाता है।

Maine Hinglish Me Blogging Kyu Chuni?

English Me Achi Pakad na Hona:-

सच कहूँ तो मेरा हाथ अंग्रेजी में थोड़ा तंग है यानि मुझे बहुत अच्छी अंग्रेजी नहीं आती है। मैंने शुरुआत में यही कोशिश की थी कि मैं अंग्रेजी में ही ब्लॉगिंग करूं। लेकिन अंग्रेजी पर पूरी तरह से काबू ना हो पाने की वजह से मैंने कई बार दूसरे ब्लॉग से आर्टिकल कॉपी कर लिया था। जो कि गलत था।

मैंने सोचा कि ऐसे कॉपी पेस्ट करके एक सफल ब्लॉग नहीं बनाया जा सकता। तो मैंने अपने ब्लॉगों के लिए हिंग्लिश को चुना। यह कहने का मतलब है कि आप जिसमें आपको आराम हो वही भाषा चुनें जिसमें ब्लॉगिंग कर सकते हैं। हिंग्लिश में मुझे यह डर नहीं लगता कि मैंने कोई वाक्य Grammatically रूप से गलत लिखा है या किसी शब्द की Spelling गलत लिखी है।

Hindi Me Likhna Mushkil Hai:-

बहुत से लोगों ने मुझसे ये भी पूछा कि आप हिंदी को भी ब्लॉगिंग के लिए चुन सकते थे। बिल्कुल, हिंदी एक बहुत अच्छी भाषा है और जो हिंदी में ब्लॉगिंग करते हैं उनको मैं दिल से धन्यवाद देता हूँ, क्योंकि हिंदी में लिखना थोड़ा मुश्किल है। हिंग्लिश की अपेक्षा हिंदी में अधिक समय लगता है।

साथ ही हिंदी में लिखते वक्त आपको अपनी भाषा की शुध्दता का भी ख्याल रखना पड़ता है। कुछ ऐसे भी शब्द हैं जिनका हिंदी अनुवाद थोड़ा मुश्किल हो जाता है और समय भी अधिक लगता है, इसलिए मैंने हिंग्लिश ( Hinglish ) को चुना।

SEO Ke Liye Hinglish Best hai :-

नहीं, मैं आपको ये नहीं कह रहा कि हिंदी ब्लॉग का आप SEO नहीं कर सकते हैं। बिल्कुल कर सकते हैं। पर यहाँ एक छोटी समस्या ये है कि हिंदी में बहुत कम लोग सर्च करते हैं।

मोस्टली यूजर्स इंग्लिश या हिंग्लिश में सर्च करते हैं। अब जैसे मैं एक्साम्पल दे रहा हूँ। मुझे Samsung पिक्सल फोन के फीचर्स के बारे में सर्च करना है।

  • English Search: What is The Features Of Samsung Pixel Phone
  • Hinglish Search: Samsung Pixel Phone ke Features Kya hain?
  • Hindi Search:- सैमसंग पिक्सएल फ़ोन में क्या फिचेर्स हैं?

अब आप ही तय कर सकते हैं कि आप में से कितने उपयोगकर्ता हिंदी कीवर्ड के साथ Google में सर्च करते हैं। वैसे तो अंग्रेजी या हिंग्लिश कीवर्ड के साथ भी हिंदी परिणाम दिखाई देते हैं, लेकिन कम होते हैं। हिंदी में कीवर्ड्स को टारगेट करने के लिए पोस्ट के बीच में अंग्रेजी कीवर्ड्स का उपयोग करने की आवश्यकता होती है।

साथ ही, हिंग्लिश में आप आसानी से SEO कर सकते हैं और कीवर्ड को टारगेट भी कर सकते हैं। वैसे, गूगल के अलावा अन्य सर्च इंजन भी हिंग्लिश को हिंदी जैसे ही ट्रीट करते हैं। इसलिए हिंदी या हिंग्लिश सर्च में भी परिणाम लगभग आपको एक ही मिलते हैं।

Hinglish Audience ka badhna

मैं अपने व्यक्तिगत स्तर के अनुभव पर आपको कह सकता हूं कि हिंग्लिश के दर्शक बढ़ रहे हैं और लोग इसे पसंद कर रहे हैं। मैं एक टेलीकॉम इंजीनियर हूं, इंडिया के विभिन्न स्थानों पर मैंने अपने टेलीकॉम प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए गया हूं।

जहां एक बात मुझे समझ आई कि अपने देश में हिंदी फॉन्ट को पढ़ने में लोगों को मुश्किल होती है। वो हिंग्लिश तो पढ़ लेते हैं, पर हिंदी पढ़ने में उन्हें परेशानी आती है। मैं बंगाल या उत्तर पूर्व के कुछ जगहों पर गया, जहां लोग हिंदी समझ तो लेते हैं पर बोल नहीं पाते अच्छे से या लिख नहीं पाते हैं। ऐसे दर्शक भी हिंग्लिश के साथ कनेक्ट हो सकते हैं।

Google Supports Hinglish

गूगल हिंगलिश को सपोर्ट करता है, फिलहाल इसमें कोई शक नहीं है। गूगल एडसेंस जिन भाषाओं को सपोर्ट करता है, उसमें हिंगलिश का नाम नहीं है। लेकिन एडसेंस हिंगलिश को भी सपोर्ट करता है। आपको डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि हिंगलिश का यूजर बेस भी बहुत बड़ा है, तो हिंगलिश को गूगल बैन कर देगा इसके चांसेस ना के बराबर हैं।

अगर ऐसा ही होता, तो गूगल के कीबोर्ड “जी बोर्ड” मल्टीपल भाषाओं को सपोर्ट करता है और उसी भाषा में एक नाम हिंगलिश का भी है।

Conclusion

हिंग्लिश भी ब्लॉगिंग के लिए बेस्ट है और भविष्य भी अच्छा है। हाँ, हिंग्लिश में लिखते समय आपको कुछ शब्दों का ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि बार-बार शब्दों के उल्टे मतलब निकल आते हैं। ये आपको चुनना है कि आपके लिए कौन सी भाषा सही है। और किस भाषा में आपको आराम है। बाकि उम्मीद है कि आप लोगो को Hinglish Me Blogging Kyu Karein? के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी.

मुझे उम्मीद है आप ये समझ गए होंगे मैंने हिंग्लिश में ब्लॉगिंग क्यों की और क्यों आप भी हिंग्लिश को अपने ब्लॉगिंग के लिए चुन सकते हैं।

click-here
Join TelegramJoin Now
Back CategoryLearn Blogging
Join On QuoraJoin Now
Back HomeClick Here

Views: 4


Spread the love

हेलो दोस्तों, मेरा नाम आफताब अहमद है, मै इस वेबसाइट का राइटर और Co-Founder हूँ और इस वेबसाइट के माध्यम से CSC, सरकारी योजना, बैंकिंग, ब्लोगिंग, SEO, PDF, रिव्यु, बायोग्राफी, लोन, टेक्नोलॉजी आदि से सम्बंधित जानकारी शेयर करता हूँ.

Leave a Comment